हिंदू धर्म में मंत्रों का विशेष महत्व है। मंत्रों का उच्चारण मानसिक शांति, आत्मबल, और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है। पहले भाग में हमने 5 महत्वपूर्ण मंत्रों की चर्चा की थी। इस भाग में हम बाकी 6 शक्तिशाली मंत्रों के महत्व, लाभ, जप विधि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, और पौराणिक संदर्भों को समझेंगे।
👉 पहला भाग पढ़ें: 11 शक्तिशाली मंत्र भाग 1
6) मंत्र: ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
महत्व और लाभ: यह मंत्र भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे जपने से भक्ति, समर्पण और आंतरिक शांति मिलती है।
सही समय और विधि: प्रातःकाल में इसका जाप शुभ माना जाता है।
माला: तुलसी माला
वैज्ञानिक महत्व: यह मंत्र मानसिक स्थिरता और ध्यान केंद्रित करने में सहायक होता है।
पौराणिक संदर्भ:
- श्रीमद्भागवत में इस मंत्र का विशेष उल्लेख किया गया है।
- यह मंत्र मोक्ष प्राप्ति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
7) मंत्र: सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी विद्यारम्भं करिष्यामि, सिद्धिर्भवतु मे सदा
महत्व और लाभ: यह मंत्र माता सरस्वती को समर्पित है और इसे जपने से बुद्धि, ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है।
सही समय और विधि: पढ़ाई शुरू करने से पहले इस मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है।
माला: स्फटिक माला
वैज्ञानिक महत्व: यह मंत्र स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होता है।
पौराणिक संदर्भ:
- यह मंत्र विशेष रूप से विद्यार्थियों और विद्या प्राप्ति की इच्छा रखने वालों के लिए उपयोगी माना जाता है।
8) मंत्र: कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती, करमूले तु गोविन्द प्रभाते करदर्शनम्
महत्व और लाभ: इस मंत्र का जाप करने से दिन की शुरुआत शुभ होती है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
सही समय और विधि: सुबह उठते ही इस मंत्र का जाप करना चाहिए।
माला: कोई विशेष माला आवश्यक नहीं है।
वैज्ञानिक महत्व: यह मंत्र सकारात्मक मानसिकता विकसित करता है।
पौराणिक संदर्भ:
- यह मंत्र त्रिदेवियों – लक्ष्मी, सरस्वती, और गोविंद को समर्पित है।
9) मंत्र: हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
महत्व और लाभ: यह महामंत्र भगवान कृष्ण को समर्पित है और इसे जपने से आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शांति प्राप्त होती है।
सही समय और विधि: किसी भी समय इस मंत्र का जाप किया जा सकता है।
माला: तुलसी माला
वैज्ञानिक महत्व: इस मंत्र का उच्चारण मन को शांति प्रदान करता है।
पौराणिक संदर्भ:
- इस मंत्र को ‘हरे कृष्ण महामंत्र’ के नाम से जाना जाता है।
- यह मंत्र भक्ति आंदोलन में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
10) मंत्र: गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरुः साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः
महत्व और लाभ: यह मंत्र गुरु के प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने के लिए जपा जाता है।
सही समय और विधि: गुरु पूजन या गुरु के दर्शन करने से पहले इस मंत्र का जाप करें।
माला: रुद्राक्ष माला
वैज्ञानिक महत्व: यह मंत्र मानसिक स्थिरता और आत्म-संयम बढ़ाने में सहायक होता है।
पौराणिक संदर्भ:
- गुरु की महिमा वेदों और पुराणों में विशेष रूप से वर्णित है।
11) मंत्र: या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
महत्व और लाभ: यह मंत्र देवी दुर्गा को समर्पित है और इसे जपने से शक्ति, साहस और विद्या की प्राप्ति होती है।
सही समय और विधि: नवरात्रि और शक्ति साधना के दौरान इस मंत्र का जाप करना शुभ होता है।
माला: लाल चंदन माला
वैज्ञानिक महत्व: यह मंत्र आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक होता है।
पौराणिक संदर्भ:
- देवी महात्म्य में इस मंत्र का विशेष उल्लेख किया गया है।
👉 पहला भाग पढ़ें: माला जपने का सही तरीका
मंत्रों की सारणी:
मंत्र का नाम | माला का नाम | देवता का नाम | जप का सही समय |
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ॐ नमो भगवते वासुदेवाय | तुलसी माला | भगवान विष्णु | प्रातःकाल |
सरस्वती नमस्तुभ्यं | स्फटिक माला | माता सरस्वती | विद्यारंभ के समय |
कराग्रे वसते लक्ष्मी | कमल गट्टा माला | माता लक्ष्मी | प्रातःकाल |
हरे राम हरे राम | तुलसी माला | श्री हरि | कभी भी |
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु | रुद्राक्ष माला | गुरु | गुरु पूजन के समय |
या देवी सर्वभूतेषु | कमल गट्टा माला | माता दुर्गा | नवरात्रि एवं विशेष अवसर |
निष्कर्ष
इन मंत्रों का जाप न केवल आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाता है। यदि आप पहले 5 मंत्रों के बारे में पढ़ना चाहते हैं, तो यहाँ क्लिक करें:👉 पहला भाग पढ़ें
क्या इन मंत्रों का जाप बच्चे किसी भी उम्र में शुरू कर सकते हैं?
हाँ, बच्चे किसी भी उम्र में मंत्रों का जाप शुरू कर सकते हैं। छोटे बच्चों के लिए, माता-पिता उन्हें सही उच्चारण और महत्व सिखा सकते हैं।
मंत्रों का जाप करने के लिए कौन सा समय सबसे उपयुक्त है?
अधिकांश मंत्रों का जाप ब्रह्ममुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) में करना सर्वोत्तम माना जाता है, लेकिन कुछ मंत्रों को दिन के विभिन्न समयों में भी जपा जा सकता है।
क्या मंत्रों का जाप करने के लिए माला का उपयोग आवश्यक है?
नहीं, लेकिन माला का उपयोग करने से एकाग्रता बढ़ती है और मंत्र गिनने में मदद मिलती है। विभिन्न मंत्रों के लिए रुद्राक्ष, तुलसी, स्फटिक आदि मालाओं का उपयोग किया जाता है।
क्या इन मंत्रों का कोई वैज्ञानिक महत्व भी है?
हाँ, मंत्रों के उच्चारण से ध्वनि तरंगें उत्पन्न होती हैं, जो मस्तिष्क को शांत करने, तनाव कम करने और सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायक होती हैं।
बच्चों के लिए कौन-से मंत्र उनकी स्मरण शक्ति और बुद्धि बढ़ाने में सहायक हैं?
सरस्वती मंत्र, गायत्री मंत्र और गणेश मंत्र विशेष रूप से बच्चों की एकाग्रता, बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए ये मंत्र अत्यधिक लाभकारी माने जाते हैं।
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